हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामिक गणराज्य ईरान के राष्ट्रपति आयतुल्लाह सय्यद इब्राहीम रईसी ने दक्षिण खुरासान में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इमाम महदी (अ) के मुबारक वुजूद में विश्वास वास्तव में तौहीद पर विश्वास है। वे दुनिया में एकेश्वरवाद (तौहीद) का झंडा फहराएंगे। उन्होंने इस तथ्य की ओर इशारा किया कि सभी धर्मों का मानना है कि एक सार्वभौमिक उद्धारकर्ता दुनिया में न्याय लागू करेगा, लेकिन हमारा मानना है कि यह उद्धारकर्ता जीवित है।
राष्ट्रपति रईसी ने इस बात पर जोर दिया कि आज इमाम अल-ज़माना (अ) के साथ अनुबंध को नवीनीकृत करने का दिन है, महदवियत का मार्ग वास्तव में न्याय का मार्ग है, जिसका उल्लेख विभिन्न हदीसों में किया गया है। इमाम खुमैनी (र) ने भी हमारे समय में मार्गदर्शन के इस बैनर को उठाया था, जब दुनिया में चुनावों की बात आती है, तो वे इस मुद्दे को राजनीतिक संदर्भ में देखते हैं लेकिन इमाम खुमैनी (र) दृढ़ता से सार्वजनिक मताधिकार में विश्वास करते थे।
उन्होंने स्पष्ट किया कि संसद और विशेषज्ञ परिषद के चुनाव बहुत महत्वपूर्ण हैं और इसमें भाग लेना एक सार्वजनिक अधिकार के साथ-साथ कर्तव्य भी है। उन्होंने कहा कि हमे उम्मीद है कि चुनाव के परिणामस्वरूप एक मजबूत संसद का गठन होगा जो लोकप्रिय समर्थन के माध्यम से सरकार को अपने कर्तव्यों को पूरा करने में मदद करेगी। आयतुल्लाह रईसी ने कहा कि देश का भविष्य उज्ज्वल है और मुझे यकीन है कि सरकार के प्रयासों और लोगों के सहयोग से सभी समस्याएं हल हो जाएंगी।